धारण करे देवी प्रत्यंगिरा का सिद्ध कवच और आशीर्वाद प्राप्त करें
प्राप्त करे देवी प्रत्यंगिरा का अभिमंत्रित कवच सर्व मनोकामना पूर्ति के लिए, धारण करे सिद्ध कवच और देवी प्रत्यंगिरा का आशीर्वाद प्राप्त करें।
प्रत्यंगिरा देवी
देवी प्रत्यंगिरा को नरसिम्ही, नरसिंहिका और अथर्वण भद्रकाली भी कहा जाता है। प्रत्यंगिरा देवी शक्ति से जुड़ी एक हिंदू देवी हैं। वह आदि पराशक्ति का रूप है और शरभ की संरक्षिका है।
देवी प्रत्यंगिरा का मुख सिंह के जैसा है और बाकी शरीर औरत का है, देवी प्रत्यंगिरा विष्णु, शिव और शक्ति की संयुक्त विनाशकारी शक्ति रखती है। देवी प्रत्यंगिरा शत्रुओ का विनाश करने के लिए प्रसिद्द हैं।
प्रत्यंगिरा देवी के अस्त्र-शस्त्र हैं- त्रिशूल, डमरू, कपाल और पाश, इन्ही शस्त्रों से देवी प्रत्यंगिरा अपने शत्रुओ का विनाश करती हैं। इस लिए देवी प्रत्यंगिरा के आशीर्वाद फलस्वरूप उनके भक्तो की सारी समस्याओं का विनाश हो जाता है।
देवी प्रत्यंगिरा देवी का कवच
प्रत्यंगिरा देवी का कवच अत्यंत शुभ और शक्तिशाली कवच माना जाता है, इस कवच को विधि पूर्वक धारण करने से मनुष्य के जीवन की बहुत सारी समस्याओं का निवारण हो जाता है।
प्रत्यंगिरा देवी कवच में एक तरफ माँ प्रत्यंगिरा का चित्र बना होता है और दूसरी तरफ प्रत्यंगिरा देवी का सिद्ध यन्त्र बना हुआ होता है। इससे आप की हर तरफ से रक्षा होती है और आपके ऊपर आने वाली हर समस्या दूर हो जाती है।
प्रत्यंगिरा देवी मंत्र
“ओम सत चित आनंद परब्रह्म पुरुषोत्तम परमात्मा श्री भगवती समथा श्री भगवते नमः।”
प्रत्यंगिरा कवच धारण करने से लाभ
प्रत्यंगिरा देवी कवच को धारण करने से निम्न लाभ प्राप्त होते हैं:
- शत्रु की समस्या का निवारण होता है,
- धन और व्यापार की समस्या का निवारण होता है,
- नकरात्मरक ऊर्जा और नजर दोष की समस्या का निवारण होता है
- व्यापार में टोक या किसी भी प्रकार की बुरी नजर से रक्षा होती है,
- किसी भी प्रकार की अनिष्ट से रक्षा होती है,
- हर कार्य में सफलता प्राप्त होती है,
- मन चाहे कार्य पूर्ण होते है और प्रगति होती है,
- किसी भी प्रकार की मानसिक समस्या से छुटकारा प्राप्त होता है।
इसके अलावा यदि आप इसको अपने नाम और जन्मतिथि के अनुसार अभिमंत्रित करवाकर धारण करते हैं तो आपसे जुड़ी हुई हर प्रकार की बाधा का निवारण होता है।
प्रत्यंगिरा देवी कवच को कैसे प्राप्त करें और धारण करने की विधि क्या है?
प्रत्यंगिरा देवी कवच को आप हमसे प्राप्त कर सकते है या निचे दिए गए लिंक से भी प्राप्त कर सकते हैं, धारण करने की विधि भी हम आपको बताते हैं। प्रत्यंगिरा देवी कवच धारण करने के लिए सबसे शुभ दिन होता हैं गुरुवार, इस दिन पूरे विधि विधान से पूजन करने के बाद आप इस कवच को अपने गले में धारण कर सकते हैं।
प्रत्यंगिरा देवी कवच के बारे में किसी भी प्रकार की अन्य जानकारी के लिए हमें अपनी डिटेल्स भेजे और जानकारी प्राप्त करें।
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