प्रत्यंगिरा देवी की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में
पायें प्रत्यंगिरा देवी की सम्पूर्ण जानकारी हिंदी में, पूजा, प्रसाद, मंदिर की जानकारी और जाने देवी प्रत्यंगिरा की महिमा, शुभ और वैदिक प्रत्यंगिरा देवी मंत्र कौन सा है?
प्रत्यंगिरा देवी – क्यों करें मां की उपासना
कहना गलत ना होगा कि प्रत्यंगिरा देवी की महिमा तो सारा संसार जानता है। हम सभी इस बात से अवगत है कि आजकल लोगों के दिलों में बहुत ही अधिक ईर्ष्या घर कर गई है। और लोग एक-दूसरे को नुकसान पहुंचाने की भरसक कोशिश करते हैं। मां प्रत्यंगिरा देवी के उपासना करने से भक्तों को इन्हीं नकारात्मक विचारों से दूर रहने का कृपा मिलती है।
कौन है प्रत्यंगिरा देवी ?
ऐसी मान्याता है कि प्रत्यंगिरा एक हिन्दू माता देवी थी और उनका सिर सिंह की भांति है। और शेष शरीर मनुष्य जैसा है। मां प्रत्यंगिरा देवी को शक्ति और शौर्या से भरपूर है। इन्हें शत्रुओं पर विजय पाने वाली बताया गया है। मां प्रत्यंगिरा देवी की अराधना करने से सभी प्रकार के उधारी, रोग और शत्रुओं से मुक्ति मिलती है।
देवी प्रत्यंगिरा की महिमा –
देवी प्रत्यंगिरा को नरसिम्ही, नरसिंहिका और अथर्वण भद्रकाली के नाम से भी कहा जाता है। प्रत्यंगिरा देवी की महिमा को भारतीय संस्कृती से जुड़ी शक्ति के रुप में जुड़ी एक हिंदू देवी के रुप में माना जाता हैं।
ऐसा माना जाता है कि यह आदि पराशक्ति का रूप है संस्कृति की संरक्षिका माना जाता है। देवी प्रत्यंगिरा की महिमा इसिलये भी बहुत ही अधिक है क्योंकि इन्हें भगवान विष्णु, शिव और शक्ति की संयुक्त विनाशकारी शक्ति के रुप में माना जाता है। देवी प्रत्यंगिरा शत्रुओं का विनाश करने के लिये बहुत ही प्रसिद्ध माना जाता है।
क्या है प्रत्यंगिरा देवी मंत्र –
भक्तों को प्रत्यंगिरा देवी जी के मंत्र को मंगलवार को श्रद्धा के साथ पढना चाहिये । ऐसा कहा जाता है कि इस मंत्र को हर रोज पूजा करते समय पूरी श्रद्धा के साथ पढना चाहिये क्योकि ऐसा करने से आपके घर से सभी प्रकार की मानसिक और साथ ही साथ आर्थिक समस्याये दूर हो जाती है।
या देवी सर्वभूतेषु बुद्धि रुपेण संस्थिता | या देवी सर्वभूतेषु लक्ष्मी रुपेण संस्थिता |
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ||